कहानी

"  तीन बेईमान दोस्त (तीन धोखा)  "
तीन दोस्त थे। वे एक गांव में रहते थे। वे सभी बेईमान थे। एक बार उन्होंने बाहर जाकर पैसा कमाने का फैसला किया। वे यात्रा पर निकल पड़े। जब वे एक जंगल से गुजर रहे थे तो उन्हें रुपयों से भरा एक थैला मिला। वे बहुत खुश थे। वे पैसे को आपस में बराबर बांटने को राजी हो गए। लेकिन उन्हें बहुत भूख लग रही थी। इसलिए उन्होंने पैसे बांटने से पहले कुछ खाने का फैसला किया। उनमें से एक पास के एक गांव में कुछ खाना खरीदने गया था। उसने अपने आप से कहा, "अगर मैं अपने दो दोस्तों को जहर दे दूं, तो मैं पूरे पैसे का आनंद लूंगा।" इसलिए उसने कुछ मिठाई खरीदी और उसमें जहर डाल दिया। उसकी अनुपस्थिति में अन्य दो धोखेबाजों ने उसकी वापसी पर उसकी हत्या करने और पैसे को आधा बांटने का फैसला किया। जल्द ही तीसरा दोस्त खाना लेकर जंगल में पहुंच गया। वहां अन्य दो ने उस पर हमला किया और उसे मार डाला। फिर उन्होंने मिठाई खाई। जहर ने एक ही बार में काम किया और वे दोनों मर गए। पैसे का थैला मिलते ही वहीं रह गया।
नैतिक - जैसे के लिए तैसा।
                      या                          
            जो बोओगे, सो काटोगे। 









अगली कहानी - एक मूर्ख हिरण >>>







All Rounder Karan
Karan 05d