कहानी


" लोमड़ी और कौआ "
एक दिन एक लोमड़ी बहुत भूखी थी। वह भोजन की तलाश में निकला था। उसने देखा कि एक कौवा पेड़ पर बैठा है। कौवे की चोंच में पनीर का एक टुकड़ा था। लोमड़ी के मुँह में पानी आने लगा। वह टुकड़ा प्राप्त करना चाहता था। उसने कौवे से कहा, "तुम कितने सुंदर पक्षी हो! तुम्हारी आवाज कितनी मधुर है! क्या तुम मेरे दुश्मन गीत गाओगे?" मूर्ख कौआ फूल गया। उसने गाने के लिए अपना मुंह खोला। पनीर का टुकड़ा नीचे गिर गया। लोमड़ी ने फौरन उसे उठाकर खा लिया। उसने कौवे से कहा, "मैंने तुम्हारा पनीर खा लिया है। अब तुम आसानी से गा सकते हो।" कौआ बहुत दुखी हुआ।
नैतिक - झूठी प्रशंसा (चापलूसी) कभी न सुनें।










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All Rounder Karan
Karan 05d