कहानी


" एक शेर और एक चूहा "


एक बार एक शेर था। वह एक जंगल में रहता था। एक दिन वह एक पेड़ के नीचे सो रहा था। एक चूहा उसके छेद से निकला और शेर की पीठ पर कूदने और खेलने लगा। शेर जाग गया। उसे बहुत गुस्सा आया। उसने चूहे को अपने पंजे में पकड़ लिया और उसे मारना चाहता था। चूहे ने दया की प्रार्थना की। शेर दया से भरा हुआ था। उन्होंने अपनी जान बख्श दी। कुछ देर बाद एक शिकारी ने शेर को अपने जाल में फँसा लिया। शेर दहाड़ उठा। चूहे ने दहाड़ सुनी। उसने वहाँ आकर अपने नुकीले दाँतों से जाल काट दिया। इस प्रकार चूहे ने शेर की मदद की। सिंह आजाद था। उसने चूहे को धन्यवाद दिया। 

नैतिक - दयालुता कभी बेकार नहीं जाती।




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All Rounder Karan

Karan 05d